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हिंदी न्यूज़ देशजजों को इलेक्शन का सामना नहीं करना पड़ता… किरेन रिजिजू ने फिर कॉलेजियम पर साधा निशाना
जजों को इलेक्शन का सामना नहीं करना पड़ता… किरेन रिजिजू ने फिर कॉलेजियम पर साधा निशाना
रिजिजू ने कहा, “जज बनने के बाद, उन्हें चुनाव या जनता की निगरानी का सामना नहीं करना पड़ता है। जजों, उनके फैसलों और जिस तरह से वे न्याय देते हैं, और अपना आकलन करते हैं, जनता उसे देख रही है।”
Amit Kumarलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीMon, 23 Jan 2023 06:55 PM
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कानून मंत्री किरेन रीजीजू ने सोमवार को एक बार फिर से सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के दौर में कई भी कुछ छिपा नहीं सकता है। केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा कि भले ही न्यायाधीशों को किसी इलेक्शन या सार्वजनिक जांच का सामना नहीं करना पड़ता है, लेकिन फिर भी वे जनता की नजर में होते हैं। उन्होंने कहा, “लोग आपको देख रहे हैं.. आप जो जजमेंट देते हैं, आप कैसे काम करते हैं.. सोशल मीडिया के इस युग में आप कुछ भी नहीं छिपा सकते।”
रिजिजू ने कहा, “जज बनने के बाद, उन्हें चुनाव या जनता की निगरानी का सामना नहीं करना पड़ता है। जजों, उनके फैसलों और जिस तरह से वे न्याय देते हैं, और अपना आकलन करते हैं, जनता उसे देख रही है।”
किरेन रिजिजू ने कहा, “मैंने CJI को एक पत्र लिखा, जिसके बारे में किसी को नहीं पता था। पता नहीं किसे कहां से पता चला और खबर बना दी कि कानून मंत्री ने CJI को पत्र लिखा कि कॉलेजियम में सरकार का प्रतिनिधि होना चाहिए। इस बात का कोई सर पैर नहीं। मैं कहां से उस प्रणाली में एक और व्यक्ति डाल दूंगा।”
बार एसोसिएशन के एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “भारत में लोकतंत्र सिर्फ जीवित ही नहीं बल्कि मजबूती से आगे चले उसके लिए एक मजबूत और आजाद न्यायपालिका का होना जरूरी है। न्यायपालिका की आजादी को कमजोर या उसके अधिकार, सम्मान और गरिमा को कम करेंगे तो लोकतंत्र सफल नहीं होगा।”